कोङ्कणी भाषा
भारतमा बोलिने एक हिन्द-आर्य भाषा / From Wikipedia, the free encyclopedia
कोङ्कणी भाषा[note 4] (कोङ्कणी लेखनभेद: कोंकणी) मुख्यतः भारतको कोङ्कण क्षेत्रमा बसोबास गर्ने कोङ्कणी लोकद्वारा बोलिने एक हिन्द-आर्य भाषा हो। यो भारतीय संविधानको आठौँ अनुसूचीमा पर्ने २२ अनुसूचित भाषाहरूमध्ये एक र गोवाको आधिकारिक भाषा हो।[8] कोङ्कणी भाषाको सबैभन्दा पुरानो शिलालेख सन् ११८७ मा लेखिएको थियो।[9] यो भाषालाई कर्नाटक, महाराष्ट्र, केरल, गुजरात र दादरा र नगर हवेली तथा दमन र दीवमा अल्पसङ्ख्यक भाषाको दर्जा दिइएको छ।[10]
कोङ्कणी भाषा | |
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कोंकणी / ಕೊಂಕಣಿ / Konknni / കോങ്കണീ / کونکڼی | |
मूलभाषी | भारत |
क्षेत्र | कोङ्कण (भारतको गोवा, कर्नाटक, मङ्गलोर, महाराष्ट्र तथा केरलका केही भाग), गुजरातको डाङ जिल्ला र दादरा र नगर हवेली तथा दमन र दीव[1][2] |
रैथाने(हरू) | कोङ्कणी लोक |
मातृभाषी वक्ता | १ करोड २६ लाख |
भारोपेली
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आञ्चलिक भाषाहरू |
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विगत: ब्राह्मी नागरी गोयकानडी मोडी वर्तमान: देवनागरी (official)[note 1] रोमन[note 2] कन्नड[note 3] मलयालम | |
सरकारी दर्जा | |
आधिकारिक भाषा | India |
नियामक संस्था | कर्नाटक कोङ्कणी साहित्य अकादमी र गोवा सरकार[4] |
भाषा सङ्केतहरू | |
आइएसओ ६३९-२ | kok |
आइएसओ ६३९-३ | kok – inclusive codeव्यक्तिगत कोडहरू: gom – गोवा कोङ्कणीknn – मराठी कोङ्कणी |
ग्लोटोलग | goan1235 गोवा कोङ्कणी[5]konk1267 कोङ्कणी[6] |
भारतमा मातृभाषाका रूपमा कोङ्कणी बोलिने क्षेत्र |
कोङ्कणी एक दक्षिण हिन्द-आर्य भाषा हो। यसमा अझै पनि वैदिक संस्कृतको भाषिक तत्त्व कायम हुनका साथै यो दुवै पश्चिमी र पूर्वीय हिन्द-आर्य भाषा समूहसँग मिल्दोजुल्दो छ।[11]
कोङ्कण क्षेत्र बाहेक उत्तरमा दमन जिल्लादेखि दक्षिणमा कोच्चिसम्म कोङ्कणी भाषाका विभिन्न भाषिका बोलिन्छ। यद्यपि, मानक कोङ्कणीसँग वास्ता नभएको तथा एक-अर्कासँग पनि सम्पर्क नभएका हुनाले यी भाषिकाका वक्ताले एक-अर्कालाई सहजै बुझ्न सक्दैनन्। तटीय महाराष्ट्रमा बोलिने मालवणी, चित्पावनी, पूर्वी भारतीय कोली र आगरी जस्ता भाषिकाहरू कोङ्कणी नबोल्ने क्षेत्रमा बोलिने भाषाहरूसँग मिसिएर छिटै हराउने खतरामा छन्।[12][13]