मुज़ताग़ अता
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मुज़ताग़ अता या मुज़ताग़ाता (उइग़ुर: مۇز تاغ ئاتا, अंग्रेज़ी: Muztagh Ata) तिब्बत के पठार के उत्तरी छोर की पहाड़ियों का दूसरा सबसे ऊँचा पर्वत है। इसकी ऊँचाई ७,५४६ मीटर है और उइग़ुर भाषा में इसके नाम 'मुज़' (बर्फ़), 'ताग़' (पर्वत) और 'अता' (पिता) जोड़कर बना है, यानि इसका पूरा मतलब 'पिता बर्फ़-पर्वत' है। मुज़ताग़ अता को कभी-कभी कुनलुन शान पर्वत-शृंखला का हिस्सा माना जाता है हालांकि भौगोलिक दृष्टि से यह पामीर पर्वतों के ज़्यादा समीप है। अपनी पश्चिमी मुख की आसान ढलान और शिनजियांग के शुष्क वातावरण की वजह से यह विश्व के ७,००० मीटर से ऊँचे पहाड़ों में चढ़ने में सबसे आसान वालों में से एक माना जाता है। यह कोंगुर ताग़ से ज़रा दक्षिण में है, जो कुनलुन शान का सबसे ऊँचा पहाड़ है।[1] क्योंकि कभी-कभी यह विवाद का विषय होता है कि कोंगुर ताग़ और मुज़ताग़ अता कुनलुन शृंखला में गिने जाने चाहिए कि नहीं इसलिए अक्सर ७,१६७ मीटर ऊँचा कुनलुन देवी पर्वत को ही कुनलुन शान का सबसे ऊंचा पर्वत कहा जाता है।