काली
हिन्दू देवी माँ काली / From Wikipedia, the free encyclopedia
काली, कालिका या महाकाली हिन्दू धर्म की एक प्रमुख देवी हैं। वे मृत्यु, काल और परिवर्तन की देवी हैं। यह सुन्दरी रूप वाली आदिशक्ति दुर्गा माता का काला, विकराल और भयप्रद रूप है, जिसकी उत्पत्ति असुरों के संहार के लिये हुई थी। उनको विशेषतः बंगाल, ओडिशा और असम में पूजा जाता है। काली को शाक्त परम्परा की दस महाविद्याओं में से एक भी माना जाता है [1] वैष्णो देवी में दाईं पिंडी माता महाकाली की ही है।
सामान्य तथ्य काली, अन्य नाम ...
काली | |
---|---|
प्रलय, निर्माण, विनाश और शक्ति की देवी | |
भगवान शिव पर पैर रखे खड़ी देवी महाकाली | |
अन्य नाम | कालिका, लक्ष्मीकाली , शिवशक्ति, भैरवी , पार्वती, श्यामा, श्यामाम्बिका ,महाकाली , भद्रकाली , दक्षिणाकाली आदि |
संबंध | महाविद्या, शक्ति, दुर्गा, महाकाली, पार्वती |
निवासस्थान | शमशान, मानिद्वीप |
मंत्र | ॐ जयंती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोस्तुते |
अस्त्र | खप्पर, खडग, मुण्ड और वर मुद्रा |
युद्ध | रक्तबीज वध, नरकासुर वध, अन्धक वध |
दिवस | शनिवार एवं रविवार |
जीवनसाथी | महाकाल |
त्यौहार | काली पूज, नवरात्री, काली चौदस |
बंद करें
'काली' की व्युत्पत्ति काल अथवा समय से हुई है जो सबको अपना ग्रास बना लेता है। माँ का यह रूप है जो नाश करने वाला है पर यह रूप सिर्फ उनके लिए है जो दानवीय प्रकृति के हैं, जिनमे कोई दयाभाव नहीं है। यह रूप बुराई से अच्छाई को जीत दिलवाने वाला है अतः माँ काली अच्छे मनुष्यों की शुभेच्छु और पूजनीय हैं। इनको महाकाली भी कहते हैं।