चम्पा
दक्षिण पूर्व एशिया की एक सभ्यता जिसमें कई राज्य शामिल थे, जो कभी एकजुट होते थे और कभी अलग होते थे / From Wikipedia, the free encyclopedia
चम्पा दक्षिण पूर्व एशिया (पूर्वी हिन्दचीन (192-1832) में) स्थित एक प्राचीन हिन्दू राज्य था। यहाँ भारतीय संस्कृति का प्रचार प्रसार था और इसके राजाओं के संस्कृत नाम थे। चम्पा के लोग और राजा शैव थे। अन्नम प्रांत के मध्य और दक्षिणी भाग में प्राचीन काल में जिस भारतीय राज्य की स्थापना हुई उसका नाम 'चंपा' था।
नृजातीय तथा भाषायी दृष्टि से चम्पा के लोग चाम (मलय पॉलीनेशियन) थे। वर्तमान समय में चाम लोग वियतनाम और कम्बोडिया के सबसे बड़े अल्पसंख्यक हैं।
इन्होंने हिन्दू धर्म 4थी शताब्दी ईस्वी में पड़ोसी फुनान राज्य से संघर्ष और उसपर विजय प्राप्त करने के बाद अपनाया। हिन्दू धर्म ने सदियों से चम्पा साम्राज्य की कला और संस्कृति को आकार दिया है, जैसा कि कई चाम लोग की हिंदू मूर्तियों और लाल ईंट के मंदिरों में देखा जा सकता है।
इनमें से प्रमुख हैं मी सान (Mỹ Sơn), जो पहले एक मंदिर हुआ करता था, और होई आन (Hội An) जो चम्पा के मुख्य बंदरगाह शहरों में से एक था। दोनों ही अब विश्व धरोहर स्थल हैं। आज, कई चाम लोग इस्लाम का पालन करते हैं। यह धर्मांतरण 10 वीं शताब्दी में शुरू हुआ, और 17 वीं शताब्दी तक समाज के अभिजात वर्ग ने भी पूरी तरह इसे अपना लिया। इन्हें बानी चाम कहा जाता है (अरबी के शब्द बानू से)। हालाँकि, आज भी वहाँ बालामोन चाम (संस्कृत के ब्राह्मण से उत्पन्न) हैं जो अभी भी अपने हिंदू विश्वास और रीति-रिवाजों का पालन करते हैं और त्योहार मनाते हैं। बालामोन चाम दुनिया में केवल दो जीवित गैर-इंडिक (भारतीय उपमहाद्वीप के बाहर के) स्वदेशी हिंदू लोगों में से एक है, जिसकी संस्कृति हजारों साल पुरानी है। इनके अलावा इंडोनेशिया के बाली द्वीप के लोग भी हिंदू धर्म का पालन करते हैं ।[1]
इसके ५ प्रमुख विभाग थेः