एशिया
पुर्बी गोलार्ध में स्थित महादीप / From Wikipedia, the free encyclopedia
एशिया (/ˈeɪʒə, ˈeɪʃə/ ( सुनल जाय)) धरती के सभसे बड़हन आ सभसे ढेर जनसंख्या वाला महादीप हऽ, मुख्य रूप से उत्तरी आ पूरबी गोलार्धन में पड़े ला, यूरोप के साथे मिल के दुनो के यूरेशिया कहल जाला आ अफिरका के साथे मिला के बनल क्षेत्र एफ्रो-एशिया के नाँव से जानल जाला। एशिया के कुल क्षेत्र बिस्तार 44,579,000 वर्ग किलोमीटर (17,212,000 वर्ग मील) बा जे पृथ्वी के कुल जमीनी हिस्सा के लगभग 30% हिस्सा बा आ पूरा धरती के सतह के क्षेत्रफल के 8.7% बाटे। ई महादीप, बहुत पुराना समय से मानवीय जनसंख्या के निवास अस्थान रहल बा,[3] आ दुनिया के कई गो सुरुआती सभ्यता सभ के जनमभूँइ हवे। ई महादीप खाली अपना बड़हन बिस्तार आ ढेर खा जनसंख्ये खातिर ना जानल जाला बलुक इहाँ कई गो बहुत घन बसल इलाका भी बाने आ कई गो बिसाल इलाका जहाँ बहुत बिरल जनसंख्या बसाव बाटे। एशिया के कुल जनसंख्या लगभग 4.4 बिलियन बाटे।
क्षेत्रफल | 44,579,000 किमी2 (17,212,000 वर्ग मील)[1] |
---|---|
जनसंख्या | 4,164,252,000 (नंबर 1)[2] |
जनघनत्व | 87/किमी2 (225/वर्ग मील) |
निवासी-नाँव | एशियाई |
देस सभ | 48 यूएन सदस्य 6 अन्य |
निर्भर राज्यक्षेत्र | लिस्ट
|
गैर-यूएन राज्य | लिस्ट
|
इंटरनेट टीएलडी | .asia |
बड़हन शहर | एशिया के प्रमुख शहर एशिया के शहरन के लिस्ट |
एकरा बिसाल साइज आ बिस्तार के अउरी इहाँ मौजूद बिबिधता के धियान में राखल जाय तब एशिया के संकल्पना (कांसेप्ट) — मने कि एगो नाँव जे पुराना जमाना से चलन में बा — वास्तव में मानव भूगोल के संकल्पना ढेर बुझाला, न कि भौतिक भूगोल के।[4] एशिया अपना भूगोलीय क्षेत्र सभ के स्तर पर जातीय समूह, संस्कृति, पर्यावरण, अर्थब्यवस्था, इतिहासी संबंध आ शासन के सिस्टम सभ के मामिला में बहुते बिबिधता वाला महादीप ह। इहाँ के जलवायु में भी बहुते भारी बिबिधता बा, जहाँ एक ओर मध्य पूरब के इलाका बा जे गरमी में खूब गरम प्रदेश हो जाला तहाँ महादीपीय जलवायु के नमूना के रूप में साइबेरिया भी बा जहाँ जाड़ा में तापमान बहुते नीचे गिर जाला।