भारतीय गणित
भारतीय गणित / From Wikipedia, the free encyclopedia
भारतीय गणित गणितीय इतिहास में एक प्रतिष्ठित स्थान रखता है, इसकी विशेषता इसके गहन योगदान और उल्लेखनीय प्रगति है जिसने इस क्षेत्र पर एक अमिट छाप छोड़ी है। प्राचीन काल से ही, भारतीय गणित अद्वितीय प्रतिभा के साथ विकसित हुआ, जिसने अभूतपूर्व खोजों और नवीन तकनीकों का मार्ग प्रशस्त किया जो दुनिया भर के गणितज्ञों को प्रेरित और प्रभावित करते रहे। भारतीय गणितीय विरासत की समृद्ध प्रतिभा, रचनात्मकता और समय और स्थान से परे संख्यात्मक अवधारणाओं की गहरी समझ से बुनी गई है। गणितीय गवेषणा का महत्वपूर्ण भाग भारतीय उपमहाद्वीप में उत्पन्न हुआ है। संख्या, शून्य, स्थानीय मान, अंकगणित, ज्यामिति, बीजगणित, कैलकुलस आदि का प्रारम्भिक कार्य भारत में सम्पन्न हुआ। गणित-विज्ञान न केवल औद्योगिक क्रांति का बल्कि परवर्ती काल में हुई वैज्ञानिक उन्नति का भी केंद्र बिन्दु रहा है। बिना गणित के विज्ञान की कोई भी शाखा पूर्ण नहीं हो सकती। भारत ने औद्योगिक क्रांति के लिए न केवल आर्थिक पूँजी प्रदान की वरन् विज्ञान की नींव के जीवन्त तत्व भी प्रदान किये जिसके बिना मानवता विज्ञान और उच्च तकनीकी के इस आधुनिक दौर में प्रवेश नहीं कर पाती। विदेशी विद्वानों ने भी गणित के क्षेत्र में भारत के योगदान की मुक्तकण्ठ से सराहना की है।