स्वलीनता
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स्वलीनता (ऑटिज़्म) मस्तिष्क के विकास के दौरान होने वाला विकार है जो व्यक्ति के सामाजिक व्यवहार और संपर्क को प्रभावित करता है। हिन्दी में इसे 'आत्मविमोह' और 'स्वपरायणता' भी कहते हैं। इससे प्रभावित व्यक्ति, सीमित और दोहराव युक्त व्यवहार करता है जैसे एक ही काम को बार-बार दोहराना। यह सब बच्चे के तीन साल होने से पहले ही शुरु हो जाता है।[1] इन लक्षणों का समुच्चय (सेट) आत्मविमोह को हल्के (कम प्रभावी) आत्मविमोह स्पेक्ट्रम विकार (ASD) से अलग करता है, जैसे एस्पर्जर सिंड्रोम।
सामान्य तथ्य आईसीडी-१०, आईसीडी-९ ...
आत्मविमोह वर्गीकरण व बाहरी संसाधन | |
एक ही कार्य के बारंबार दोहराव आत्मविमोह का कारण बनता है | |
आईसीडी-१० | F84.0 |
आईसीडी-९ | 299.00 |
ओ.एम.आई.एम | 209850 |
रोग डाटाबेस | 1142 |
मेडलाइन+ | 001526 |
ई-मेडिसिन | med/3202 ped/180 |
एमईएसएच | D001321 |
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ऑटिज़्म एक मानसिक रोग है जिसके लक्षण जन्म से ही या बाल्यावस्था से नज़र आने लगतें हैं। जिन बच्चो में यह रोग होता है उनका विकास अन्य बच्चो की अपेक्षा असामान्य होता है।