स्रोङ्चन गम्पो
तिब्बत के पूर्व नरेश एवं तिब्बती साम्राज्य के संस्थापक / From Wikipedia, the free encyclopedia
स्रोंचन गम्पो (སྲོང་བཙན་སྒམ་པོ།, Wylie: Srong btsan sgam po), के बाद से 617-698 ई० के समय में [1] तिब्बती सम्राट थे। लिच्छबी शासक अंशुवर्मा के बाद बेटी भृकुटी के साथ नेपाल के संबंधों के साथ बंधे। स्रोंचन गम्पो का शासनकाल के दौरान सम्भोट लिपि केआविष्कार के बाद किया गया है करने के लिए भारत और नेपाल के बाद बौद्ध पाठ करने के लिए एस का तिब्बती भाषा में अनुवाद और लिपयन्तरण करने के लिए कार्रवाई भी शुरू हो जाएगा स्रोंचन गम्पो तीन तिब्बती धर्मराज से पहेला धर्मराज माना जाता है।
यह लेख एक आधार है। जानकारी जोड़कर इसे बढ़ाने में विकिपीडिया की मदद करें। |
सामान्य तथ्य स्रोंचन गम्पो, शासनावधि ...
स्रोंचन गम्पो | |||||
---|---|---|---|---|---|
तिब्बती सम्राट | |||||
शासनावधि | सन् ६२९-६५० तक (२१ वर्ष) | ||||
राज्याभिषेक | सन् ६३० | ||||
पूर्ववर्ती | नम्री स्रोंचन | ||||
उत्तरवर्ती | माङस्रों मांचन | ||||
जन्म | सन् ६१७ तीसरा तिब्बती महिना मल्ड्रो गुंकर जों, दरबार ज्यम्पा मिग्युर | ||||
निधन | सन् ६५० (३४ वर्ष) सल्मो गं फुन्युल ? | ||||
समाधि | सन् ६५० मुरी मुग्पो | ||||
संगिनी | भृकुटी ग्यजा कोंजो | ||||
जीवनसंगी | भृकुटी ग्यजा कोंजो मि ञग रु योंजा शंशुंजा लिथिग मन मोंजा ठ्री ञेन् दों | ||||
संतान | गुंस्रों गुंचन | ||||
| |||||
दरबार | पोटाला दरबार | ||||
राजवंश | स्रोंचन | ||||
पिता | नम्री स्रोंचन | ||||
माता | ड्रीजा थोद्करमा | ||||
धर्म | बौद्ध धर्म |
बंद करें