सिंहगढ़ का युद्ध
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सिंहगढ़ की लड़ाई 4 फरवरी 1670 की रात सिंहगढ़ के किले पर हुई थी जिसमें मराठों ने मुगलों से किले पर सफलतापूर्वक कब्जा कर लिया था।
सामान्य तथ्य सिंहगढ़ की लड़ाई (कोंधाना), तिथि ...
सिंहगढ़ की लड़ाई (कोंधाना) | |||||||||
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शाही मराठा विस्तार का भाग | |||||||||
सिंहगढ़ किला | |||||||||
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योद्धा | |||||||||
मराठा साम्राज्य | मुग़ल साम्राज्य | ||||||||
सेनानायक | |||||||||
तानाजी मालुसरे † सूर्यजी मालुसरे शेलार मामा |
उदयभान सिंह राठौर † बेशक खान | ||||||||
शक्ति/क्षमता | |||||||||
1,000 मावला[1] | 5000+[2] | ||||||||
मृत्यु एवं हानि | |||||||||
300 मारे गए या घायल[1] | 500 मारे गए या घायल[1] कुछ ने आत्मसमर्पण किया[1] |
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