वक्षोदर मध्यपट
From Wikipedia, the free encyclopedia
वक्षोदर मध्यपट (thoracic diaphragm या केवल diaphragm) मानव एवं अन्य स्तनधारी प्राणियों के वक्ष गुहा एवं उदर गुहा के बीच में स्थित कंकाल पेशियों से बनी एक आन्तरिक चादर या झिल्ली है। [1] मध्यपट, दोनों गुहाओं को अलग करता है और श्वसन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जब डायफ्राम सिकुड़ता है तब वक्ष गुहा का आयतन बढ़ जाता है जिससे उसमें एक ऋणात्मक दाब उत्पन्न होता है। इस ऋणात्मक दाब के कारण बाहार की हवा फेफड़ों में प्रवेश कर जाती है।[2]