राजेन्द्र सेतु
भारत के बिहार का एक रेल सह सड़क सेतु / From Wikipedia, the free encyclopedia
राजेन्द्र सेतु/ मोकामा पुल - लगभग दो किलोमीटर लंबा यह पुल गंगा नदी पर बना बिहार का रेल-सह-सड़क पुल है,[1] जो उत्तर बिहार को दक्षिण बिहार से जोड़ता है।[2][3][4]
Rajendra Setu राजेन्द्र सेतु | |
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निर्देशांक | 25°22′32″N 85°59′54″E |
आयुध सर्वेक्षण राष्ट्रीय ग्रिड | |
वहन | Mokama-Barauni rail track, NH 31 |
पार | Ganges |
स्थान | near Hathidah |
लक्षण | |
डिज़ाइन | Girder bridge |
कुल लम्बाई | 2,000 मीटर (6,600 फीट) |
स्पैन संख्या | 14 x 400 ft 4 x 100 ft |
इतिहास | |
अभियांत्रिक डिज़ाइनर | Braithwaite, Burn & Jessop Construction Company |
खुला | 1959 |
सांख्यिकी | |
दैनिक ट्रैफिक | Double road track & Single line rail track |
टोल | no |
पुल का स्थान मोक्षगुंडम विश्वेश्वरय्या के काम पर आधारित था, जो उस समय 90 वर्ष से अधिक पुराना था।[5][6]
पटना जिले के हैथिदाह के पास सड़क-सह-रेल पुल का उद्घाटन 1959 में भारत के प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू और बिहार के पहले मुख्यमंत्री डॉ श्रीकृष्ण सिंह ने किया था।[7] पुल का निर्माण ब्राथवाइट, बर्न एंड जेसॉप कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा किया गया था। यह लगभग 2 किलोमीटर (1.2 मील) लंबा है और इसमें दो लेन वाली सड़क और एक लाइन रेलवे ट्रैक है।
राजेंद्र सेतु के लिए एक नए समांतर रेलवे पुल का निर्माण 12 मार्च 2016 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। नया 1.9 किमी रेलवे पुल फरवरी 2021 तक परिचालित होने वाला है।[8] नए पुल के निर्माण के लिए अनुबंध आवंटित किया गया था इंडियन रेलवे कंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड (आईआरकॉन)।