मंगल (ज्योतिष)
मंगल ग्रह के देवता / From Wikipedia, the free encyclopedia
भारतीय ज्योतिष में मंगल इसी नाम के ग्रह के लिये प्रयोग किया जाता है। इस ग्रह को अंगारक (यानि अंगारे जैसा रक्त वर्ण), भौम (यानि भूमि पुत्र)[1] भी कहा जाता है। मंगल युद्ध का देवता कहलाता है और कुंवारा है। यह ग्रह मेष एवं वृश्चिक राशियों का स्वामी कहलाता है। मंगल रुचक महापुरुष योग या मनोगत विज्ञान का प्रदाता माना जाता है। इसे रक्त या लाल वर्ण में दिखाया जाता है एवं यह त्रिशूल, गदा, पद्म और भाला या शूल धारण किये दर्शाया जाता है। इसका वाहन भेड़ होता है एवं सप्तवारों में यह मंगलवार का शासक कहलाता है।[2]
सामान्य तथ्य मंगल, संबंध ...
मंगल | |
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मंगल ग्रह | |
मंगल/ भौम/ अंगारक/ कुजा/ चेवाई | |
संबंध | ग्रह |
निवासस्थान | मंगल लोक |
ग्रह | मंगल |
मंत्र | ॐ भौम भौमाय नमः |
अस्त्र | त्रिशूल, गदा, पद्म और भाला |
जीवनसाथी | ज्वालिनी देवी |
माता-पिता | |
भाई-बहन | नरकासुर (सौतेला भाई) , गणेश (सौतेले भाई) , कार्तिकेय (सौतेले भाई) , अशोकसुंदरी (सौतेली बहन) , मनसा (सौतेली बहन) , ज्योति (सौतेली बहन) , अय्यप्पा (सौतेले भाई) , जालंधर (सौतेला भाई) , अंधकासुर (सौतेला भाई) , सुकेश (सौतेला भाई) |
सवारी | भेड़ |
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