बंगाली राष्ट्रवाद
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बंगाली राष्ट्रवाद (बांग्ला: বাঙালিয়ানা, বাঙালি জাতীয়তাবাদ) राष्ट्रवाद का एक रूप है जो एक एकल राष्ट्र के रूप में बंगालियों पर केंद्रित है। बंगाली जातीयता के लोग बंगाली भाषा बोलते हैं। बंगाली ज्यादातर बांग्लादेश और भारतीय राज्यों त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल में रहते हैं। बांग्लादेश के मूल संविधान के अनुसार बंगाली राष्ट्रवाद चार मूलभूत सिद्धाँतों में से एक है।[1] और १९७१ के मुक्ति युद्ध के माध्यम से बांग्लादेश के स्वतंत्र राष्ट्र के निर्माण के पीछे मुख्य प्रेरक शक्ति थी।[2]