नवादा जिला
बिहार का जिला / From Wikipedia, the free encyclopedia
नवादा बिहार राज्य में स्थित एक जिला है,नवादा जिला मगध का क्षेत्र हैं इस क्षेत्र के लोग मगही बोलते हैं जिसका इतिहास मगध साम्राज्य से जुड़ा है। इसका मुख्यालय नवादा शहर में है। प्राचीन काल में वनाच्छादित होने के कारण इसका प्रसंग पाडंवों के अज्ञातवास में भी हुआ है। आज भी नवादा के कई प्रखंड वन से घिरे हैं, जैसे रजौली, कौआकोल, गोविन्दपुर इत्यादि।
नवादा | |||
— जिला — | |||
समय मंडल: आईएसटी (यूटीसी+५:३०) | |||
देश | भारत | ||
राज्य | बिहार | ||
जिलाधीक्षक | श्री पंकज कुमार | ||
सांसद | चंदन सिंह | ||
जनसंख्या • घनत्व |
१३५९६९४ (२००१ के अनुसार [update]) | ||
क्षेत्रफल • ऊँचाई (AMSL) |
२४९४ कि.मी² • ८० मीटर | ||
विभिन्न कोड
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आधिकारिक जालस्थल: nawada.bih.nic.in |
नवादा शब्द "नव" और "आबाद" दो शब्द से बना है, अर्थात खुरी नदी के उत्तर में जो मानव बस्तियाँ बसी वह नव आबाद था, जिसे इंगित करने के लिए यह शब्द प्रयोग हुआ था। वर्तमान में नवादा जिला की सीमा दक्षिण में झारखंड के कोडरमा जिले से सटी है।
पहले यह गया जिला के अधीन एक अनुमंडल था। २६ जनवरी १९७३ को यह नए जिले के रूप में अस्तित्व में आया। खुरी नदी और राष्ट्रीय राजमार्ग ३१ को इस जिले की जीवन रेखा माना जाता है। यातायात की समस्या से निजात दिलाने के लिए चार किलोमीटर की बाइपास सड़क का निर्माण कुछ दशक पूर्व रा. रा. -31 के लिए किया गया। यह बाइपास दक्षिण में सदभावना चौक से आरम्भ हो कर उतर में केन्दुआ गाँव के समीप मुख्य सड़क से मिल ज्ता है। दो सड़को के मिलन बिन्दु तथा शहर से समीपता के कारण केन्दुआ गाँव तेजी से भविष्य के आर्थिक केन्द्र के रूप में उभर रहा है। नवादा विधि महाविधालय, उच्च विधालय, उत्क्रमित मध्य विधालय के कारण केन्दुआ गाँव की पहचान विद्या स्थली के रूप में भी है, जहाँ नामांकन के लिए जिला तथा प्रदेश के अन्य क्षेत्रों से युवक- युवतियाँ आते हैं।नवादा का अपसाढ गाँव मगध क्षेत्र का सबसे प्राचीन गाँव मे से एक है, वहाँ की वराह प्रतिमा ईसा पूर्व पहली सदी की बताई जाती है।प्राप्त ताम्र पत्रों से यह जानकारी मिलती है कि अश्वमेध यज्ञ के पश्चात् राजा पुष्यमित्र शुंग ने नरसिंह शरमन् नाम के ब्राह्मण को अग्रहार स्वरूप यह गाँव देकर यहाँ बसाया था।