द नेकलेस
From Wikipedia, the free encyclopedia
ला परुर (फ़्रान्सीसी: La Parure) फ़्रान्सीसी लेखक गी द मोपासाँ की एक लघुकथा है। इसे अपने विडंबनापूर्ण अंत (एक मोड़ पर जाकर छोड़ देना) के लिए जाना जाता है, जो मोपासाँ की शैली की एक लक्षण थी। यह कहानी पहली बार 17 फरवरी 1884 को फ़्रान्सीसी समाचारपत्र ल गोल्वा में प्रकाशित हुई थी।[1] इसका अंग्रेज़ी भाषा में अनुवाद द नेकलेस (The Necklace) शीर्षक से किया गया जिसका हिन्दी में अर्थ गले का हार होता है।
सामान्य तथ्य "ला पारुर", लेखक ...
"ला पारुर" | |
---|---|
लेखक | गी द मोपासाँ |
मूल शीर्षक | "La Parure" |
देश | फ़्रान्स |
भाषा | फ़्रान्सीसी |
शैली | लघुकथा |
प्रकाशन | 1884 |
बंद करें