गोपाल कृष्ण गोखले
सामाजिक और राजनीतिक नेता / From Wikipedia, the free encyclopedia
गोपाल कृष्ण गोखले (9 मई 1866 – 19 फरवरी 1915) भारत के एक स्वतंत्रता सेनानी, समाजसेवी, विचारक एवं सुधारक थे। महादेव गोविन्द रानडे के शिष्य गोपाल कृष्ण गोखले को वित्तीय मामलों की अद्वितीय समझ और उस पर अधिकारपूर्वक बहस करने की क्षमता से उन्हें भारत का 'ग्लेडस्टोन' कहा जाता है। वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में सबसे प्रसिद्ध नरमपंथी थे। चरित्र निर्माण की आवश्यकता से पूर्णतः सहमत होकर उन्होंने 1905 में सर्वेन्ट्स ऑफ इंडिया सोसायटी की स्थापना की ताकि नौजवानों को सार्वजनिक जीवन के लिए प्रशिक्षित किया जा सके। उनका मानना था कि वैज्ञानिक और तकनीकी शिक्षा भारत की महत्वपूर्ण आवश्यकता है। स्व-सरकार व्यक्ति की औसत चारित्रिक दृढ़ता और व्यक्तियों की क्षमता पर निर्भर करती है। महात्मा गांधी उन्हें अपना राजनीतिक गुरु मानते थे।
सामान्य तथ्य गोपाल गोखले, जन्म ...
गोपाल गोखले | |
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सन् १९०९ में गोपल कृष्ण गोखले | |
जन्म |
09 मई 1866 कोटलुक, रत्नागिरि जिला, बंबई प्रेसीडेंसी |
मौत |
19 फ़रवरी 1915(1915-02-19) (उम्र 48) बम्बई |
शिक्षा की जगह | एल्फिन्स्टोन कॉलेज |
पेशा | प्राध्यापक, राजनीतिक |
राजनैतिक पार्टी | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
जीवनसाथी |
सावित्री बाई (1880–1887) ऋषिबामा (1887–1899) |
बच्चे | 2 |
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