गिरनार
श्री जैन तीर्थ / From Wikipedia, the free encyclopedia
यहां के शिखर पर भगवान दत्तात्रेय की पादुका भी स्थित है।यह भगवान नेमिनाथ (जैन धर्म के 22वें तीर्थंकर) की मोक्ष एवं ज्ञान कल्याणक स्थली है। गिरनार की पाँचवी टोंक पर उन्हें मोक्ष प्राप्त हुआ था। भारत के गुजरात प्रदेश में सौराष्ट्र प्रांत के जूनागढ़ शहर से लगभग 2 कि.मी. की दूरी पर एक भव्य और दिव्य पर्वत “गिरनार” विद्यमान है। गिरनार पर्वत की पाँचवी चोटी को नेमिशिखर के नाम से पहचाना जाता है, यहा भगवान नेमिनाथ की चरण पादुका है
सामान्य तथ्य गिरनार पर्वत ગિરનાર પર્વત, उच्चतम बिंदु ...
गिरनार पर्वत ગિરનાર પર્વત | |
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गिरिनगर | |
उच्चतम बिंदु | |
ऊँचाई | 1,031 मी॰ (3,383 फीट) |
निर्देशांक | 21°29′41″N 70°30′20″E |
भूगोल | |
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इन पहाड़ियों की औसत ऊँचाई 3,500 फुट है पर चोटियों की संख्या अधिक है, चोटी 3,666 फुट ऊँची है;|[1][2] यहां पर सम्राट अशोक का एक स्तंभ भी है । महाभारत में अनुसार रेवतक पर्वत की क्रोड़ में बसा हुआ प्राचीन तीर्थ स्थल है ।