खाद्य शृंखला
पारिस्थितिक तन्त्र का पहलू / From Wikipedia, the free encyclopedia
खाद्य शृंखला या आहार शृंखला स्वपोषित जीवों (जैसे घास या शैवाल जो प्रकाश-संश्लेषण के माध्यम से अपने स्वयं के लिए भोजन उत्पादित करते हैं) से आरम्भ होने वाले और एक शीर्ष परभक्षियों (जैसे भूरा भालू या हत्यारा तिमि) पर समाप्त होने वाले आहार जाल में कड़ियों का एक रैखिक संजाल है। भूकृमि या काष्ठोत्कुण, या अपघटक प्रजातियाँ (जैसे कवक या जीवाणु)। खाद्य शृंखला का प्रत्येक चरण अथवा कड़ी एक पोषी स्तर बनाते हैं। स्वपोषी अथवा उत्पादक प्रथम पोषी स्तर हैं तथा सौर ऊर्जा का स्थिरीकरण करके उसे परपोषियों अथवा उपभोक्ताओं के लिए उपलब्ध कराते हैं। शाकाहारी अथवा प्राथमिक उपभोक्ता द्वितीय पोषी स्तर; लघु मांसाहारी अथवा द्वितीय उपभोक्ता तृतीय पोषी स्तर; तथा शीर्ष मांसाहारी अथवा तृतीय उपभोक्ता चतुर्थ पोषी स्तर निर्मित करते हैं।