थॉमस पेन
अंगरेज आ अमेरिकी रानीतिक एक्टिविस्ट / From Wikipedia, the free encyclopedia
थॉमस पेन (अंग्रेजी: Thomas Paine; फरवरी 9, 1737 [O.S. जनवरी 29, 1736][Note 1][Note 2][Note 3] 8 जून 1809) एगो अंग्रेज-अमेरिकन राजनीतिक एक्टिविस्ट, दार्शनिक, राजनीतिक सिद्धांतकार आ क्रांतिकारी रहलें। अमेरिका के संस्थापक लोग में से एक, थॉमस पेन अमेरिकी क्रान्ति के सुरुआत में दू गो बहुत परभावशाली पम्फलेट निकललें जिनहन के बहुत परसिद्धी मिलल। पेन, 1776 में रिबेलियन लोग के ब्रिटेन के शासन से स्वतंत्रता घोषित करे के प्रेरणा दिहलें।
थॉमस पेन Thomas Paine | |
---|---|
जनम | थॉमस पेन[1] जनवरी 29, 1737[Note 1] थेटफोर्ड, नॉरफ्लॉक, ग्रेट ब्रिटेन |
निधन | जून 8, 1809(1809-06-08) (उमिर 72) न्यू यॉर्क शहर, न्यू यॉर्क, यूएस |
जुग | प्रबोधन के युग |
मतपरंपरा | Enlightenment, liberalism, republicanism |
मुख्य इन्ट्रेस्ट | राजनीति, नीतिशास्त्र, धर्म |
Influenced
| |
दसखत | |
इंग्लैंड के नॉरफ्लॉक काउंटी के एगो अस्थान थेटफोर्ड में पैदा पेन सन् 1774 ई॰ में बेंजामिन फ्रैंकलिन के मदद से अमेरिका गइलें, अमेरिकी क्रांति के सुरु होखे से ठीक पहिले। उनुके लिखल पम्फलेट कॉमन सेंस (1776) के ओह समय लगभग हर क्रांतिकारी पढ़ले या एकरे पाठ के सुनले होखी। अनुपात के हिसाब से देखल जाय त उनुकर ई रचना दुनिया के सर्बदा के बेस्ट सेलर कहाई। उनुकर दुसरी पम्फलेट के सीरीज, द अमेरिकन क्राइसिस (1776-83) भी एगो क्रांति समर्थक प्रकाशन रहे। कॉमन सेंस अतना परभावशाली रहे की जॉन एडम्स कहलें की, "कॉमन सेंस के लेखक के कलम के बिना वाशिंगटन के तलवार ब्यर्थ में उठल साबित भइल रहित।"
1790 के दशक में पेन मुख्य रूप से फ़्रांस में निवास कइलें आ फ्रांसीसी क्रांति में बहुत गहिराई ले शामिल रहलें। फ्रांसीसी क्रांति के आलोचक लोग के जबाब में ऊ राइट्स ऑफ मैन (1791) लिखलें। अंग्रेज लेखक एडमंड बर्क के ऊपर उनके साहित्यिक आक्रमण के कारण उनुपर अनुपस्थिती में 1792 में मुकदमा चलावल गइल। 1792 में ऊ फ्रांसीसी नेशनल कनवेंशन खातिर चुनल गइलें, भले उनुके फ्रांसीसी भाषो बोले ना आवे। दिसंबर 1793 में उनुके पेरिस में गिरफ्तार कइल गइल आ 1794 में रिहा कइ दिहल गइल। ऊ अपने पम्फलेट द एज ऑफ रीजन (1793-94) के कारण बहुत कुख्यात भइलें।
सन् 1802 ई में पेन अमेरिका लवट अइलें आ 8 जून 1809 के उनुकर निधन भइल। ईसाइयत के उनुके बिरोध के चलते उनुके दफनावे में खाली छह लोग शामिल भइल।