तापीय भूमध्यरेखा
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तापीय भूमध्यरेखा (Thermal equator) पृथ्वी के चारों ओर से घेरे वाली एगो पेटी (बेल्ट भा ज़ोन) हवे, चाहे रेखा हऽ, जे अइसन जगह सभ के द्वारा परिभाषित कइल जाले जहाँ-जहाँ हर देशांतर रेखा पर सभसे जादे औसत तापमान दर्ज कइल जाला। तापमान के ई माप सालाना औसत हो सके ला, महीनावार औसत तापमान हो सके ला चाहे सीजन अनुसार हो सके ला या फिर कौनों समय बिसेस पर नापल तापमान भी हो सके ला। कुछ संदर्भ में एकरा के सौर भूमध्यरेखा भी कहल जाला।[1]
कुछ जगह पर एकरा के रेखा[2][3] के रूप में परिभाषित कइल जाला जबकि कुछ जगह एकरा के जोन या पट्टी[4] के रूप परिभाषित कइल जाला। हालाँकि, चाहे जवना तरीका से परिभाषित कइल जाय, एक बात तय बा कि कौनों देशांतर रेखा (उत्तर-दखिन खींचल काल्पनिक रेखा) के सहारे एकदम उत्तर यानी उत्तरी ध्रुव आ एकदम दक्खिन यानी दक्खिनी ध्रुव के लगे सभसे कम औसत तापमान दर्ज कइल जाई; मतलब की सभसे ढेर तापमान कहीं बीचा में होखी। आदर्श रूप से सभसे ढेर तापमान भूमध्य रेखा के सहारे होखे के चाहीं बाकी अइसन ना होला काहें की समुंद्र-थल आ अउरी लोकल चीज के परभाव तापमान पर पड़े ला। एही कारण अगर औसत अधिकतम तापमान के नक्शा पर प्लाट कइल जाय तब ई अलग अलग सीजन में अलग-अलग जगह (मूल भूमध्य रेखा के उत्तर भा दक्खिन) देखे के मिली। यही जगह सभ के स्थिति के अनुसार कौनों महीना, सीजन, साल चाहे कई सालन के लांग टर्म औसत के प्लाट कइल जा सके ला आ तापीय भूमध्य रेखा के कल्पना कइल जा सके ला।
आसान रूप में कहल जाय तब, पृथ्वी के भूमध्य रेखा के आसपास जवना बेल्ट में सभसे ढेर तापमान रिकार्ड कइल जाला उहे तापीय भूमध्यरेखा (थर्मल इक्वेटर) हवे[5] आ ई सीजन अनुसार उत्तर-दक्खिन सरकत रहे ला काहें कि सुरुज के लंबवत पड़े वाली किरन सभ के अस्थान साल के अलग-अलग सीजन में बदलत रहे ला।[6] सीजन के साथ ई खसकाव भी अलग-अलग जगह अलग-अलग मात्रा में होला, उदाहरण खाती अफिरका महादीप के ऊपर ई खास्काव दुसरे तरह के होला आ अटलांटिक महासागर में दुसरे तरह के। एगो अनुमान के अनुसार अटलांटिक में जाड़ा के समय में तापीय भूमध्यरेखा के स्थिती 1° N में होले जबकि गरमी के सीजन में ई दक्खिन अमेरिका के किनारे वाल हिस्सा में 10° N आ अफिरका के किनारे वाला अटलांटिक में 18° N तक ले चहुँप जाला।[3]
एह खासकाव के मौसम पर भारी परभाव पड़े ला। ख़ास तौर से मानसूनी इलाका सभ में।[5]