गौतम बुद्ध
भारतीय दार्शनिक, सुधारक आ बौद्ध धर्म के संस्थापक / From Wikipedia, the free encyclopedia
बुद्ध (सिद्धात्थ गौतम, चाहे सिध्दार्थ गौतम, चाहे शाक्यमुनि) पुरान भारत मे एगो दार्शनिक, भिक्षु, आध्यात्मिक शिक्षक आ धार्मिक नेता रहलन। इनके शिक्षा की आधार पर बौद्ध धर्म अस्थापित भइल। ई 45 बरिस ले बौद्ध धर्म के शिक्षा दिहलें। इनकर शिक्षा दुक्ख (माने: दुख) आ ओकरा से मुक्ति (निब्बान) प आधारित बा।
गौतम बुद्ध | |
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san name | |
san | Siddhārtha Gautama |
pli name | |
pli | Siddhattha Gotama |
Known for | Founder of Buddhism |
Other names | Shakyamuni ("Sage of the Shakyas") |
Personal | |
Born | Siddhartha Gautama c. 563 BCE or 480 BCE Lumbini, Shakya Republic (according to Buddhist tradition)[note 1] |
Died | c. 483 BCE or 400 BCE (aged 80)[1][2][3] Kushinagar, Malla Republic (according to Buddhist tradition)[note 2] |
Spouse | Yasodharā |
Children |
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Parents |
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Senior posting | |
Predecessor | Kassapa Buddha |
Successor | Maitreya |
बुद्ध के जनम शाक्य कुल के एगो राज परिवार मे भइल रहे बाकिर अंत मे ऊ सभ त्याग के एगो मुनि बनि गइल रहन। बौद्ध कथा सभ के अनुसार, बरसन के कष्ट, ध्यान आ संन्यास के बाद इनकरा बोधि प्राप्त भइल आ ई ओह तंत्र के बुझ लिहलन जे लोगन के जीवन आ मरन के चक्का मे बान्ह के धइले रहेला। ओकरा बादि बुद्ध सिंधु-गंगा के मैदान मे सगरो घूमि घूमि के सभन के शिक्षा दिहले आ संघ के स्थापना कइलें। बुद्ध भारतीय श्रमन परंपरा के कामुक भोग आ गंभीर तपस्या के बीचे एगो मध्यम मार्ग सिखवलन। ऊ एगो आध्यात्मिक मार्ग के शिक्षा दिहलें, जेमे नैतिक शिक्षा आ ध्यान लगावे के लूर जइसे झ्यान आ सति शामिल बा। बुद्ध ब्राह्मण सभ के परंपरा, जइसे पसुबलि, के विरोधो कइलन।
बुद्ध शब्द क अर्थ होला अइसन व्यक्ति जे के बोधि (मने ज्ञान) मिल गइल होखे आ बौद्ध धर्म में इहाँ के सबसे बड़ ज्ञान प्राप्त व्यक्ति मानल गइल बा आ सम्मासंबुद्ध अथवा सम्यकसम्बुद्ध कहल जाला। शाक्य कुल में जनम की कारण इनके के शाक्यमुनि कहल जाला। गोतम गोत्र में जनम भइल आ जनम की बाद नाँव सिद्धार्थ धराइल जेवना से इनके नाँव सिद्धार्थ गौतम भइल। ज्ञान (बोधि) प्राप्त कइ लिहला पर बुद्ध, गौतम बुद्ध, महात्मा बुद्ध आ भगवान बुद्ध कहल जाए लागल। ज्ञान अथवा बोधि के सही स्वरूप के भाषा आ वाणी द्वारा वर्णन ना हो सकेला ओकरी ओर खाली इशारा भर कइल जा सकेला एही से गौतम बुद्ध के तथागत भी कहल जाला जेकर मतलब होला 'जे उहाँ पहुँच गइल होखे' या 'जे ओ (ज्ञान) के प्राप्त कइ लिहले होखे/प्राप्त हो गइल होखे'।